तुम ख़्वाबों में आते रहे रात भर
हसरतें जवाँ होती रही रात भर ।
बादलों में छुपा चाँद मुस्कुराता रहा
चाँदनी बिखरती रही रात भर ।
नींद में डूबे पत्ते लिपटे रहे शाख़ से
रात रानी महकती रही रात भर ।
मिट्टी पर रेंगती रही बारिश की बूँदे
ख्वाइशें नहाती रही रात भर ।
हसरतें जवाँ होती रही रात भर ।
बादलों में छुपा चाँद मुस्कुराता रहा
चाँदनी बिखरती रही रात भर ।
नींद में डूबे पत्ते लिपटे रहे शाख़ से
रात रानी महकती रही रात भर ।
मिट्टी पर रेंगती रही बारिश की बूँदे
ख्वाइशें नहाती रही रात भर ।
3 comments:
बहुत सुन्दर रचना
खूबसूरत एहसास
खूबसूरत एहसास
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