खुशी में भी आँखे नम जाती है
ज़िंदगी किस मोड़ पर तू मुझसे मिली है ।
रात भर जागते रहे थे तुम्हारी खातिर
आज पलकों पर है नींद का पहरा
जब तू सामने खड़ी है
ज़िंदगी किस मोड़ पर तू मुझसे मिली है ।
तमन्ना थी कल तक तुम्हे हँसता देखूं
आज तुम्हारी हँसी में मेरी उदाशी घुल गई है
ज़िंदगी किस मोड़ पर तू मुझसे मिली है ।
धुंधला हुआ जाता है चेहरा तुम्हारा
मत देखो मुझे मेरी आँखे भरी है
ज़िंदगी किस मोड़ पर तू मुझसे मिली है ।
ज़िंदगी किस मोड़ पर तू मुझसे मिली है ।
रात भर जागते रहे थे तुम्हारी खातिर
आज पलकों पर है नींद का पहरा
जब तू सामने खड़ी है
ज़िंदगी किस मोड़ पर तू मुझसे मिली है ।
तमन्ना थी कल तक तुम्हे हँसता देखूं
आज तुम्हारी हँसी में मेरी उदाशी घुल गई है
ज़िंदगी किस मोड़ पर तू मुझसे मिली है ।
धुंधला हुआ जाता है चेहरा तुम्हारा
मत देखो मुझे मेरी आँखे भरी है
ज़िंदगी किस मोड़ पर तू मुझसे मिली है ।
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